चीन इन 5 जैश और लश्कर आतंकवादियों पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को रोक रहा

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चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में बार-बार उन प्रस्तावों को अवरुद्ध किया है, जिनमें पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने या उन्हें वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित करने की मांग की गई थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कथित तौर पर एक डोजियर तैयार किया है, जिसमें भारत में कई आतंकी हमलों में इन आतंकवादियों की सक्रिय भूमिका को उजागर किया गया है।

देखे गए दस्तावेजों के अनुसार, डोजियर ने भारत में हमलों में शामिल जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के पांच ज्ञात आतंकवादियों के प्रतिबंधों को रोकने में चीन की भूमिका की ओर इशारा किया।

ये हैं जैश और लश्कर के 5 आतंकवादी:

अब्दुल रऊफ असगर: जैश-ए-मोहम्मद का एक नेता, असगर 13 दिसंबर 2001 को नई दिल्ली में संसद भवन पर हुए आतंकवादी हमले का मुख्य साजिशकर्ता है। उसने 1999 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814 के अपहरण में भी अहम भूमिका निभाई थी। उसे 2016 के पठानकोट एयरबेस हमले का मास्टरमाइंड भी माना जाता है। 2019 के पुलवामा हमले में उसकी भूमिका की पुष्टि एक सह-साजिशकर्ता के फोन से मिले सबूतों से हुई थी।

साजिद मीर: वह पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर है और 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मुख्य योजनाकारों में से एक था। यूएनएससी के समक्ष मीर को नामित करने का प्रस्ताव सबसे पहले भारत और अमेरिका ने 2022 में रखा था, लेकिन चीन ने इसे तकनीकी रोक लगा दी और आखिरकार 2023 में इसे रोक दिया गया।

अब्दुर रहमान मक्की: वह हाफ़िज़ सईद का साला है। वह लश्कर के राजनीतिक मामलों की शाखा का प्रमुख रह चुका है। वह लश्कर के विदेश संबंध विभाग का प्रमुख भी रह चुका है।

तल्हा सईद: लश्कर-ए-तैयबा के नेता हाफिज सईद के बेटे तल्हा सईद और लश्कर-ए-तैयबा के फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) के उप प्रमुख शाहिद महमूद के खिलाफ भारत और अमेरिका के प्रस्ताव को चीन ने 2022 तक के लिए अवरुद्ध कर दिया है।

शाहिद महमूद रहमतुल्लाह: वह प्रतिबंधित फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (FIF) का पाकिस्तान स्थित उप प्रमुख है, जो आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक मुखौटा संगठन है।

शाहिद कथित तौर पर भारत विरोधी गतिविधियों के लिए धार्मिक कार्यों की आड़ में धन भेजकर भारत में आधार और सहानुभूति बनाने की साजिश में शामिल था। वह 2018 के FIF आतंकी फंडिंग मामले में NIA द्वारा वांछित है।


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