गरियाबंद भारी बारिश से पैरी नदी और अंचल की छोटे नदी नाले उफान पर ,कलेक्टर एसपी सहित आला अधिकारी मौके पर

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गरियाबंद जिले में लगातार तीन दिन से हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है । बीती रात और आज सुबह हुई तेज बारिश से जिले के सबसे बड़ी पैरी नदी और अंचल की छोटे नदी नाले उफान पर है ।आज सुबह तक गरियाबंद तहसील में ही 197.7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। वही राजिम में 112.6 और छूरा में 137,7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। जिले में आज 107.1 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकॉर्ड की गई है । पैरी नदी में बाढ़ आ जाने के कारण नेशनल हाईवे 130c में आवागमन अवरुद्ध हो गया है, साथ ही छुरा अंचल में भी तेज बारिश से जिला मुख्यालय का संपर्क टूट गया है। कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ,एसपी पारुल ठाकुर और आला अधिकारी मालगांव पण्टोरा के पास बाढ़ की स्थिति का स्वयं जायजा लिए हैं। साथ ही कलेक्टर ने तत्काल बाढ़ प्रभवित इलाकों का दौरा कर वस्तुस्थिति का जायजा ले रहे हैं। सभी अनुविभागीय अधिकारियों को मौके पर तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं। मैदानी अमलों को भी अपने पंचायत में रहने के निर्देश दिए गए हैं, भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है वही बाढ़ में जिले के अलग अलग जगहों पर 8 लोग फंसे हैं जिन्हें लोगों को की सहायता और पुलिस , एसडीआरएफ की टीम की सहायता से सुरक्षित निकाला जा रहा है ।जानकारी के मुताबिक मैनपुर में दो ,छुरा में तीन और मालगांव पण्टोरा में 3 लोग फंसे होने की जानकारी है। चिखली में फंसे 2 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है । पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा मुस्तैदी से राहत और बचाव का कार्य जारी है। वहीं प्रभावित क्षेत्रों में कच्चे मकानों में रह रहे लोगों को पंचायतों में रहने के लिए कहा गया है ।नगरीय क्षेत्र में गरियाबंद में स्थानीय मंगल भवन में लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। कलेक्टर ने राजस्व अमला को भी गरियाबंद के प्रभावित 30 गांवों में जन माल की हानि का रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही सभी तटीय इलाकों में अलर्ट घोषित किया गया है। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने आम लोगों से भी अपील किया है कि बाढ़ के पानी को पार करने से बचें और पानी जब खतरे से नीचे उतरे तब ही आवागमन करें ।उन्होंने बताया कि सिकासेर बांध में 20669 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। आज दोपहर 12:00 बजे की स्थिति में 22 गेट में से 17 गेट को 3 फीट तक खोला गया है ।अभी सिकासेर बांध में जलभराव की स्थिति लगभग 90% तक हो गई है ।


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