सुकमा में तेंदूपत्ता खरीदी में फर्जीवाड़ा, चार ठेकेदार गिरफ्तार

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बस्तर में हरा सोना कहे जाने वाले तेंदूपत्ता की खरीदी में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. पुलिस ने तेंदूपत्ता फर्जीवाड़े के आरोप में चार ठेकेदारों को गिरफ्तार किया है. ठेकेदारों पर आरोप है कि उसने वन विभाग को चकमा देकर तेंदूपत्ता संग्रहण में धांधली की है. आरोपियों ने ग्रामीण संग्रहणकर्ताओं को धोखा देकर अवैध रूप से लाखों रुपये का तेंदूपत्ता का संग्रहण किया. उसके बाद वन विभाग को गुमराह कर इस तेंदूपत्ता को ओडिशा में खपाने का प्रयास किया.

लाखों रुपये के गोलमाल की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग ने इसकी शिकायत कोंटा थाना में की. जिसके बाद इन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस की एक विशेष टीम गठित कर खोजबीन की जा रही थी. सुकमा पुलिस ने इस केस में ओडिशा, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में जांच की. जिसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया. वहीं एक आरोपी फरार चल रहा है.

सुकमा के ASP गौरव मंडल ने जानकारी देते हुए बताया कि साल 2022 में मई और जून में यह फर्जीवाड़ा हुआ. इन दो महीनों में कोंटा और एर्राबोर तेंदूपत्ता के फड़ में दूसरे राज्यों से आए 6 ठेकेदारों ने विभाग से तय मानक बोरा से ज्यादा तेंदूपत्ता ग्रामीणों से तुड़वाया और वन विभाग को बिना इसकी जानकारी दिए तेंदूपत्ता को अवैध परिवहन कर ओडिशा ले लगए. ओडिशा में तेंदूपत्ता को खपाने की कोशिश की. लेकिन वन विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी लग गई. जिसके बाद विभाग के अधिकारियों ने कोंटा थाना में इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद थाने में आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 379 और आईपीसी की धारा 34 एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया. एसपी ने विशेष पुलिस टीम गठित कर चारों राज्यों में आरोपियों की खोजबीन शुरू कर दी. जिसके बाद कुछ महीनों में आखिरकार सभी आरोपियों को ढूंढकर गिरफ्तार कर लिया गया. इन चारों आरोपियो को रविवार को गिरफ्तार किया गया. जबकि एक आरोपी अभी फरार है. जिसकी तलाश की जा रही है.


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