युवक ने अपनी अय्याशी के लिए रची खुद के अपहरण की कहानी

feature-top

राजनाँदगाँव जिले के एक नगर से अपहरण की झूठी कहानी सामने आई है। जिस पर यह एक कहावत ‘खोदा पहाड़ निकली चुहिया’ बिलकुल सटीक बैठता है।अपहरण के इस झूठी कहानी से मीडिया और आम जनता को गुमराह करने की कोशिश की गई थी। लेकिन कार्रवाई के बाद मामले का सही खुलासा हो पाया। आपको बता दें कि अपहरण की इस झूठी कहानी का मामला 6 करोड़ की मांग के लिए किया गया था। 

दरअसल, डोंगरगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 15 निवासी मोनिश वर्मा के पिछले दिनों हुए अपहरण के मामले का खुलासा आज डोंगरगढ़ पुलिस ने किया, जहां अपहरण के पूरे मामले में तथाकथित अपहृत पीड़ित मोनिश वर्मा देर शाम अपने बड़े पिताजी रमेश वर्मा और परिवारजनों के साथ स्वयं डोंगरगढ़ थाने पहुंचा और पूरे मामले का खुलासा नाटकीय रूप से किया।

पूरे मामले की जानकारी देते हुए डोंगरगढ़ एसडीओपी कृष्णा पटेल नेए बताया की मोनिश वर्मा ने आज डोंगरगढ़ पुलिस थाना पहुंच कर अपहरण जैसी किसी भी वारदात को नकार दिया है और अपने दोस्त के साथ कहीं चले जाना बताया जिसके बाद पुलिस द्वारा उस व्यक्ति का बयान भी लिया जाएगा। वहीं पूरा मामला पैसे के लेन देन से जुड़ा होने की जांच भी पुलिस द्वारा की जा रही है। जहां युवक मोनिश वर्मा शेयर मार्केट के पैसे का लेन देन होने की बात सिद्ध होने पर कार्यवाही की जाएगी।

अगर अपहरण की बात और शिकायत झूठा है तो पूरे मामले में कहीं न कहीं मीडिया का दुरुपयोग और झूठी शिकायत कर पाठकों तक गलत जानकारी पहुंचाई गई है। वहीं पैसे के लेन देन से जुड़े मामले की जांच अभी भी पुलिस द्वारा की जा रही है। ऐसे में अब यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि पूरे मामले में पुलिस द्वारा क्या कार्यवाही देखने को मिलती है या फिर अपहरण के मामले की तरह ही करोड़ों के लेन देन का मामला भी झूठा निकलता है।


feature-top