अपनी डफली अपना राग.....

feature-top
चुनाव का मौसम अब ज्यादा दूर नहीं रह गया है , सभी राजनैतिक दल मौसम के अनुरूप अपनी तैयारियों में लगे हुए है , वादे और इरादे बुलंदी पर हैं सत्तासीन सरकार के हाथों में सत्ता की ताकत के साथ धनबल भी है । वो उसे दोनों हाथों से लुटाने का प्रयास करेगी जैसा कि शुरू से करते आई है , लेकिन विपक्ष सिंहासन से दूर है फिर भी सिंह गर्जना से पीछे नहीं है । कुल मिलाकर सभी राजनैतिक दल जनता के वादों के मामले में अपने इरादे बुलंद किये हुए है । उदंडतापूर्वक अपना - अपना राग अलाप रहे है और जनता उसे सुन समझ रही है , अर्थात इन दिनों प्रदेश में राजनैतिक दलों के राजनेताओं की ' अपनी डफली अपना राग ' वाली कहावत चरितार्थ हो रहीं है ।
feature-top