बिन बिन ब्याही मां बनी तो बच्चे को छोड़ हो गई रफूचक्कर,

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बलरामपुर जिले में एक अजीब मामला सामने आया है। 10 अक्टूबर को कुसमी के सीएचसी के बाहर एक नवजात बच्ची को युवती लावारिस छोड़ कर चली गई थी और अब वह अपने पति के साथ वापस आकर नवजात को मांग रही है और बच्ची की मां होने का दावा कर रही है।

10 अक्टूबर 2022 को कुसमी सीएचसी के बाहर एक नवजात बच्ची पड़ी हुई थी उसके रोने की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों और अस्पताल के कर्मचारियों ने देखा और तत्काल चाइल्ड लाइन के साथ महिला बाल विकास विभाग की टीम ने नवजात को अपने कब्जे में ले लिया। बच्ची चेकअप कराने के बाद महिला बाल विकास विभाग की टीम ने पेपर में एक विज्ञापन निकाला और नवजात को जशपुर के अनाथालय में भेज दिया था। आज एक युवती अपने पति के साथ बलरामपुर पहुंची और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों से कहने लगी कि वो इसकी मां है और वह अपने ससुर के कारण उस बच्ची को अस्पताल के बाहर छोड़ दी थी। युवती के साथ उसका पति भी था।

बिना शादी के ही हो गया बच्चा मामले में महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी ने बताया कि युवती झारखंड के रहने वाली है जबकि उसका पति इदरीपाठ का रहने वाला है दोनों मजदूरी का कार्य करते थे इसी दौरान उनमें प्रेम हुआ और बिना शादी के ही उनका बच्चा हो गया था। काफी दिन गुजरात में रहने के बाद जब प्रसव का समय आया तब युवती का पति उसे अपने घर छोड़कर काम पर चला गया था।

अस्पताल के बाहर छोड़कर फरार महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी ने बताया कि प्रसव होने के बाद लगातार युवती का ससुर उसे यह कहता था कि बिना शादी के ही बच्चा हो गया है तुम्हारा इसके अलावा अन्य कई बातों से परेशान युवती ने बच्चे को अस्पताल के बाहर छोड़कर चले गए इधर जब उसका पति आया तो बच्चे की खोजबीन शुरू हुई और अब दोनों पति पत्नी बच्चे का बारिश होने का दावा करते हुए अधिकारी से बच्चा वापस मांग रहे हैं।

जे आर प्रधान, महिला बाल विकास अधिकारी ने बताया कि 10 अक्टूबर को कुसमी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर एक नवजात बच्ची मिली थी चाइल्ड लाइन की मदद से उस बच्ची को अपने कब्जे में लिया गया और फिर उसे जसपुर के अनाथालय में भेज दिया गया है पेपर में विज्ञापन निकाला गया था और अब एक लड़का और लड़की उस बच्चे के माता-पिता होने का दावा कर रहे।


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